MUNDI SADHANA:-

 

 

 मंत्रडम डम सिद्धिमुंडी॥इस मंत्र से जितने भी लाभ मिलता है, उन सब को गिनते गिनते थक जाएंगे।सिर्फ जाप करने से पुरे दिन सुखमय हो जाता है।नौकरी,विद्या,धन प्राप्ति के साथ घर का कलह दुर हो जाता है।विवाह का समस्याब्यापार मेँ घाटा? भूत और प्रेत का समस्या?और कुछ भी समस्या हो चुटकी मेँ दुर हो जाता है।मन मेँ कुछ भी इच्छा हो वह सब सत्य होने लगता है।कर्ज से मुक्ति और सुखमय जीवन मिलता है।ए सब पाने के लिए प्रतिदिन कुछ माला मंत्र किसि भी देवी के चित्र के सामाने जाप करना चाहिए।सिद्धिमुंडी देवी को दर्शन करना चाहते हे तो 1 से 21 दिन तक रात को 1100 मंत्र जाप करना चाहिए।10 से 11 बजे के मध्य मेँ साधना आरंभ करना चाहिए। 2ndविधिसिर्फ 8000जाप तीन दिन करने पर सिद्धिमुंडी देवी दर्शन दे कर एक अदभूत शक्ति प्रदान करती है॥    सती साध्वी साधना | Sati Sadhvi Sadhana साबर तंत्र में सती साध्वी की साधना कई नाथ और कई मतों में की जाती है | यह साधना जहाँ साधक को भूत भविष्य और वर्तमान के बारे में बताती है वहीँ उसे लाटरीसट्टा आदि का नंबर आदि प्रदान कर उसे धन से मालामाल कर देती है | यह प्रयोग मुझे के नाथ से प्राप्त हुआ था | इस साधना से बहुत लोगों को लाभ हुआ | साधना आसान है | विधि ग्रहण काल में गुरूजी और गणेश जी का पूजन कर हवन कर अनुष्ठान सिद्ध किया जाता है | हवन सामग्री लेकर इस निम्न मंत्र से 3 घंटे हवन करें और हवन के अंत में कायफल लेकर उसकी पूजा करें और हवन में आहुति दे दें | कायफल पंसारी की दूकान से आसानी से मिल जाता है | अगर किसी कारण वश ग्रहण में  सिद्ध कर सको तो इस अनुष्ठान को 11 दिन करें तो भी सिद्ध हो जाएगी और साधक को भूत और भविष्य के समय की सटीक जानकारी के साथ सट्टा आदि का नंबर प्रदान करती है | इससे साधना काल में एक साध्वी दिखाई देती है | ऐसा होने पर उसे खीर का भोग प्रदान करें और अपनी सहायता का वचन ले लें और फिर जब भी जरूरत हो इस मंत्र का मन ही मन 5-10 मिनट जप करेंआपको संकेत मिलने शुरू हो जायेंगे | साधना का अनुभव गुप्त रखें | मिलने वाले धन का कुछ भाग साधुओं की सेवा आदि में लगा दें | इसके साथ सती साध्वी आपकी सुरक्षा आदि भी करती है | साधना धैर्य से सिद्ध होती है | उतावलापन  करेंसंयम के साथ इस प्रयोग को करें | मंत्र जाप के लिए हकीक या रुद्राक्ष की माला प्रयोग कर सकते हैं | इसमें काले हकीक की माला उत्तम रहती है | तेल का दिया या धूप आदि लगा सकते हैं | आसन कम्बल का लें | दिशा उत्तर ठीक है और भोजन सादा लें | इसे किसी भी गुरुवार से भी शुरू किया जा सकता है जब 11 दिन करना हो | मंत्र ||  सती साध्वी स्वाहा || || Om Sati Sadhvi Swaha ||  ?जिन्न सिद्धि साधना मंत्र? कोई भी साधक यहां पर जिन्न को बुलाने/भगाने/जिन्न सिद्धि साधना मंत्र/जिन्न वशीकरण मंत्र इत्यादि को प्राप्त कर कोई भी कार्य को सफल किया जा सकता है| जिन्न सिद्धि :सपने में जिन्नः किसी कार्य की सिद्धि के लिए जिन्न को सपनों में बुलाया जाता है। उनसे साक्षात्कार करने के लिए निम्नलिखित मंत्र का विधिवत 505 बार जाप किया जाता है। ?मंत्र।।बिस्मिल्लाह रहेमाने रहिम या खुदा मो हार्फिल ब् हे हज़र शू बा ही  बा।।गुलाम बना जिन्नः इसके लिए किए गए अनुष्ठान और मंत्र जाप से जिन्न गुलाम बनकर समस्याओं को निदान बिना रूकावट के करने लगता है।21 शनिवार और रविवार को रात में 10 बजे के बाद 21 माला की जाप करनी है। इसका मंत्र इस प्रकार हैः ?मंत्र: कली काली महाकालीइंद्र की बेटी ब्रह्मा की साली। बालक की रखवालीकाले की जै काली!! भैरों कपालीजटा रातों खेले। चंद हाथ कैडी मठा। मसानिया वीर। चैहटे लड़का। समानिया वीरा। बर्जकाया। जिह्व करन नरसिंह धाया। नरसिंह फोड़ कपाल चलाया। खेल लोहे का कुंडा। मेरा तेरा वाण फटका। भूगोल बैठना। काल भैरों बाबा  अपनी चैकी बैठाना। शब्द सांचा। पिंड कांचा। फुरो मंत्र वाचा!! गुरु के बताए हुए मार्गदर्शन मे अच्छे से सच्चे मन से अनुष्ठान कार्य की सिद्धि करो Kaal Bhairav Maran Mantra Prayog – काल भैरव मारन प्रयोग || मंत्र ||  ऐं ह्रीं महा विकराल भैरवाय ज्वालाकताय मम शत्रु दह दह पच पच उन्मूलय उन्मूलय  ह्रीं ह्रीं फट स्वाहा। विधिइसका जप ४० दिन तक करना है। प्रतिरात शमशान में  माला जपनी है भेंस के आसान पर रुदर्ाक्ष की माला से। जब मंत्र जप पूरा हो तब सरसों से हवन करें१०८ आहुतियां दें।  लोक कल्याणकारक शाबर मन्त्र १॰ अरिष्टशान्ति अथवा अरिष्टनाशक मन्त्रः क॰ “ह्रीं हीं ह्रीं ख॰ “ह्रीं हों ह्रीं ग॰ “ ह्रीं फ्रीं ख्रीं घ॰ “ ह्रीं थ्रीं फ्रीं ह्रीं विधिःउक्त मन्त्रों में से किसी भी एक मन्त्र को सिद्ध करें  ४० दिन तक प्रतिदिन  माला जप करने से मन्त्र सिद्ध होता है  बाद में संकट के समय मन्त्र का जप करने से सभी संकट समाप्त हो जाते हैं  २॰ सर्वशुभदायक मन्त्रः मन्त्र – ”  ख्रीं छ्रीं ह्रीं थ्रीं फ्रीं ह्रीं  विधिः– उक्त मन्त्र का सदैव स्मरण करने से सभी प्रकार के अरिष्ट दूर होते हैं  अपने हाथ में रक्त पुष्प (कनेर या गुलाबलेकर उक्त मन्त्र का १०८ बार जप कर अपनी इष्टदेवी पर चढ़ाए अथवा अखण्ड भोजपत्र पर उक्त मन्त्र को दाड़िम की कलम से चन्दनकेसर से लिखें और शुभयोग में उसकी पञ्चोपचारों से पूजा करें  ३॰ अशान्तिनिवारकमन्त्रः मन्त्रः– “ क्षौं क्षौं  विधिः– उक्त मन्त्र के सतत जप से शान्ति मिलती है  कुटुम्ब का प्रमुख व्यक्ति करेतो पूरे कुटुम्ब को शान्ति मिलती है  ४॰ शान्तिसुखप्राप्तिमन्त्रः मन्त्रः– “ ह्रीं सः हीं ठं ठं ठं  विधिः– शुभ योग में उक्त मन्त्र का १२५ माला जप करे  इससे मन्त्रसिद्धि होगी  बाद में दूध से १०८ अहुतियाँ देंतो शान्तिसुखबलबुद्धि की प्राप्ति होती है  ५॰ रोगशान्तिमन्त्रः मन्त्रः– “ क्षीं क्षीं क्षीं क्षीं क्षीं फट्  विधिः– उक्त मन्त्र का ५०० बार जप करने से रोगनिवारण होता है  प्रतिदिन जप करने से सुस्वास्थ्य की प्राप्ति होती है  कुटुम्ब में रोग की समस्या होतो कुटुम्ब का प्रधान व्यक्ति उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित जल को रोगी के रहने के स्थान में छिड़के  इससे रोग की शान्ति होगी  जब तक रोग की शान्ति  होतब तक प्रयोग करता रहे  ६॰ सर्वउपद्रवशान्तिमन्त्रः मन्त्रः– “ घण्टाकारिणी महावीरी सर्वउपद्रवनाशनं कुरु कुरु स्वाहा  विधिः– पहले इष्टदेवी को पूर्वाभिमुख होकर धूपदीपनैवेद्य अर्पित करें  फिर उक्त मन्त्र का ३५०० बार जप करें  बाद में पश्चिमाभिमुख होकर गुग्गुल से १००० आहुतियाँ दें  ऐसा तीन दिन तक करें  इससे कुटुम्ब में शान्ति होगी  ७॰ ग्रहबाधाशान्ति मन्त्रः मन्त्रः– “ऐं ह्रीं क्लीं दह दह  विधिः– सोमप्रदोष से  दिन तकमालपुआ  कस्तूरी से उक्त मन्त्र से १०८ आहुतियाँ दें  इससे सभी प्रकार की ग्रहबाधाएँ नष्ट होती हैं  ८॰ देवबाधाशान्तिमन्त्रः मन्त्रः– “ सर्वेश्वराय हुम्  विधिः– सोमवार से प्रारम्भ कर नौ दिन तक उक्त मन्त्र का  माला जप करें  बाद में घृत और कालेतिल से आहुति दें  इससे दैवीबाधाएँ दूर होती हैं और सुखशान्ति की प्राप्ति होती .. NAV DURGA SABAR MANTRA Is mantra ko roz 11 baar padhen..aur jaap ke baad ek loung ka joda kapur jalakey uspey bhent den..durga beej mantra boltey hue— OM aim hrim klim chamundayee vicchey . Om..jai jyot teri ott devi durga teri kala sahai . pehli shailputri mei dhyaun manowanchhit phal paun. Dusri brahmacharini mei dhyaun brahm vidhya mei paaun. teezi chandraghanta mei dhyaun rog shok ko dur bhagaun. chauthi kushmanda mei dhyaun bhut pret ko dur bhagaun. paanchvi skandmata mei dhyaun bal buddhi vidhya mei paaun. chhati kaatyaini mei dhyaun lambi aayu mei paaun. saatvi kaalratri mei dhyaun bairi sey kabhi haar na paaun. Aanthvi mahagauri mei dhyaun sundar mohak rup mei paaun. Naavi siddhi dhatri mei dhyaun param sidh mei kehalaun. mera shabd chukey ubha sukhey to ganga yamuna ulti bahey..chalo mantra phuro vaacha dekha nav deviyon ke ilm ka tamasha duhai brahma vishnu mahesh shiv gaura parvati ki aan. Yeh mantra hamesha kartey raho..aur jivan mei sukh bhogtey raho..very powerful nav durga sabar mantra. Morning mei hi karey jab pooja vagerah kartey ho Pehley issi yaad karlen ya likh ke apney saamney rakh ke jaap karen..